प्रधानमन्त्रीमाननीय नरेंद्र जी मोदी, प्रधानमन्त्री
भीलवाड़ा सांसदमाननीय सुभाष जी बहेड़िया, सांसद - भीलवाड़ा

"जनता की आवाज - पारदर्शी शिकायत प्रणाली" -- प्रस्तावित टी.सी.पी कानून के लिए नागरिकों का समर्थन

प्रधानमन्त्री तथा सांसद महोदय,

हम आपसे मांग कर रहे है कि टी.सी.पी कानून के इस प्रस्तावित कानून ड्राफ्ट को गैजेट में प्रकाशित किया जाए।

इस साईट का उद्देश्य

इस वेबसाइट पर हम टी.सी.पी कानून के लिए नागरिकों का वोटर आई.डी. समर्थन इकठ्ठा कर रहे हैं। यदि आप भारत के मतदाता हैं तथा नीचे दिए गए प्रस्तावित टी.सी.पी कानून की तीनों धाराओं का समर्थन करते हैं तो अपना समर्थन यहां दर्ज करें, ताकि नागरिकों की अधिकृत मांग को संगठित रूप से प्रधानमन्त्री और सांसद के सम्मुख रखा जा सके। जब ज्यादा से ज्यादा नागरिक प्रामाणिक रूप से अपना वोटर आई.डी. समर्थन दर्ज करेंगे तो प्रधानमंत्री जनमत का सम्मान करते हुए इस कानून को गैजेट में प्रकाशित कर देंगे।

धरने, जुलुस, प्रदर्शन, अनशन आदि तरीके असंगठित हैं, अत: कभी भी यह मालूम नहीं चल पाता कि किसी मांग को कितने नागरिकों का समर्थन हासिल है। क्योंकि इस वेबसाईट पर समर्थन करने वाले मतदाता अपने वोटर आई.डी. नंबर के साथ दर्ज कर सकते हैं, अतः यह प्रक्रिया नागरिक-प्रमाणिक है | यदि आप भीलवाड़ा क्षेत्र के मतदाता हैं, तो ही आप अपना वोटर आई.डी. समर्थन इस साईट पर दर्ज कर सकते हैं |

टी.सी.पी के लिए एस.एम.एस द्वारा वोटर आई.डी. समर्थन दर्ज करवाने की प्रक्रिया

इस फोन नंबर 7737593500 पर अपने मोबाइल से नीचे बताये अनुसार 2 एस.एम.एस. भेजें -

  1. *आपकी-वोटर-आई.डी-संख्या*

    (उदाहरण - यदि आपका वोटर आई डी नंबर RJ/06/234567 है तो पहले स्टार का चिन्ह * टाइप करें, फिर अपना वोटर आई डी नंबर टाईप करके फिर से स्टार का चिन्ह * टाइप करें। ऐसे --- *RJ/06/234567* । अब यह एस.एम.एस इस नंबर पर भेज दें : 07737593500)

    एक मोबाइल नंबर से एक ही व्यक्ति का वोटर आई.डी. समर्थन दर्ज किया जा सकता है |

  2. टी.सी.पी कानून का समर्थन कोड TCP है, अत: अब दूसरा एस.एम.एस भेजें जिसमें TCP टाइप करें और यह एस.एम.एस इस नंबर पर भेज दें : 07737593500

    (स्पष्टीकरण -- इस एस.एम.एस में आपको सिर्फ TCP ही लिखना है, और कुछ भी नहीं लिखना है । )

टिपन्नी :- इस प्रकार पहले एस.एम.एस. में 2 * चिन्हों के बीच अपनी वोटर आई.डी. संख्या तथा दूसरे एस.एम.एस में टी.सी.पी. का समर्थन कोड TCP टाइप करके भेजने से वेबसाईट पर आपका समर्थन दर्ज हो जायेगा | कम पढ़े लिखे व्यक्ति भी आसानी से इस साईट को एस.एम.एस भेज सकते हैं (07737593500 पर) टी.सी.पी. के वैकल्पिक नंबर वाले कोड द्वारा | नंबर वाला कोड सिस्टम में आने पर उनके सम्बंधित अक्षर वाले कोड में अपने आप बदल जायेगा | उदाहरण - `0011` `TCP Y` बन जायेगा सिस्टम में आने पर | हमारे कार्यकर्ता वैध वोटर आई.डी. को पंजीकृत कर लेंगे जिसके बाद समर्थकों की सूची इस लिंक पर देखी जा सकती है - bhilwarasms.in/showcodes.php

ये दो एस.एम.एस भेजने से यह वेबसाइट टी.सी.पी कानून को दिए आपके समर्थन को दर्ज कर लेगी और आपका नाम आपकी वोटर आई डी संख्या के साथ इस वेबसाइट पर दिखेगा। आप जब चाहें अपनी राय को बदल सकते हैं या रद्द कर सकते हैं। अपना समर्थन रद्द करने के लिए 0010 टाइप करके इसी नंबर पर एस.एम.एस भेजें। एक मोबाइल से एक ही वोटर आई.डी. का समर्थन दर्ज हो सकता है |

प्रस्तावित नागरिक-प्रमाणिक पारदर्शी शिकायत-प्रस्ताव प्रणाली (टी.सी.पी.)

सिर्फ तीन धाराओं का यह कानून भ्रष्टाचार, गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी जैसी समस्याओं को केवल 4 महीनों में हल कर देगा। इस कानून के लागू होने से भारत के नागरिक अपनी बात नागरिक-प्रमाणिक, पारदर्शी और संगठित तरीके से प्रधानमन्त्री के सम्मुख रख सकेंगे।

==========ड्राफ्ट का प्रारम्भ=======

1. [कलेक्टर के लिए निर्देश]

कोई भी नागरिक मतदाता यदि जिला कलेक्टर कार्यालय में उपस्थित कोई शिकायत या प्रस्ताव शपथपत्र के माध्यम से प्रस्तुत करता है तो, कलेक्टर उस शपथपत्र को 20 रूपये प्रति पृष्ठ की दर से शुल्क लेकर दर्ज करके सीरियल नंबर के साथ एक रसीद जारी करेगा, तथा इस शपथपत्र को स्कैन करके शपथपत्र प्रस्तुतकर्ता की मतदाता संख्या के साथ प्रधानमन्त्री की वेबसाइट पर रखेगा, ताकि कोई भी नागरिक इस अर्जी को बिना लॉग इन के देख सके।

2. [पटवारी या तलाटी के लिए निर्देश]

(2.1) कोई भी नागरिक मतदाता यदि धारा-1 के तहत प्रस्तुत किये गए किसी शपथपत्र पर आपनी 'हाँ' या 'ना' दर्ज कराने के लिए मतदाता पहचान पत्र के साथ पटवारी कार्यालय में आता है तो पटवारी 3 रुपये का शुल्क लेकर कंप्यूटर में मतदाता की हाँ/ना को उसकी मतदाता पहचान संख्या के साथ दर्ज करेगा, तथा मतदाता को इसकी एक रसीद देगा। पटवारी नागरिक की हाँ/ना को उसकी मतदाता संख्या के साथ प्रधानमन्त्री की वेबसाइट पर भी रखेगा। बीपीएल कार्ड धारक के लिए देय शुल्क 1 रू होगा।

(2.2) नागरिक पटवारी के दफ्तर जाकर किसी भी दिन अपनी 'हाँ' या 'ना' बिना कोई शुल्क दिए रद्द कर सकता है या तीन रुपये देकर बदल सकता है।

(2.3) कलेक्टर एक ऐसा सिस्टम बना सकता है, जिससे मतदाता का फोटो तथा अंगुलीयों की छाप को रसीद पर डाला जा सके, तथा मतदाता द्वारा दर्ज की गयी हाँ/ना की पुष्टि का एस.एम.एस उसके रजिस्टर्ड मोबाइल पर एस.एम.एस द्वारा भेजा जा सके।

(2.4) प्रधानमंत्री एक ऐसा सिस्टम बना सकते है, जिससे मतदाता अपनी हाँ/ना 10 पैसे देकर एस.एम.एस. द्वारा दर्ज कर सके।

3. [सभी के लिए निर्देश]

ये प्रक्रिया कोई जनमत-संग्रह या रेफेरेंडम नहीं है। मतदाताओ द्वारा दर्ज की गयी हाँ/ना किसी भी अधिकारी, मंत्री, जज, सांसद, विधायक आदि पर बाध्यकारी नहीं है। यदि भारत के 40 करोड़ नागरिक मतदाता किसी शपथपत्र पर हाँ दर्ज कर देते है तो प्रधानमंत्री उस शपथपत्र पर कार्यवाही कर भी सकते हैं या ऐसा करना उनके लिए जरूरी नहीं है, या प्रधानमंत्री इस्तीफा दे सकते है। प्रधानमन्त्री का निर्णय अंतिम होगा।

====== ड्राफ्ट की समाप्ति ==========

बस ये इतना ही है । आसान शब्दों में कहें तो 'यदि कोई मतदाता अपना कोई प्रस्ताव/सुझाव/शिकायत आदि एफिडेविट अपने मतदाता पहचान पत्र संख्या के साथ प्रधानमंत्री की वेबसाईट पर स्कैन करके रखना चाहता है, तो विधिवत शुल्क लेकर उसे ऐसा करने दिया जाए'

स्पष्टीकरण - प्रस्तावित ड्राफ्ट की सुरक्षा धारा (धारा 2.2) के कारण ये प्रक्रिया पैसों, गुंडों, बिकाऊ मीडिया आदि द्वारा प्रभावित नहीं हो सकती |

यदि आप इस कानून का समर्थन करते है तो अपने सांसद को मोबाइल द्वारा यह एस.एम.एस भेजे -- 'Hon MP, I order you to print mentioned law draft in BhilwaraSms.in/#tcp, voter ID ######'

इस कानून के गैजेट में प्रकाशित होने से देश का कोई भी नागरिक शिकायत, सुझाव, प्रस्ताव आदि प्रधानमन्त्री की वेबसाइट पर रख सकेगा और करोड़ों नागरिक उस प्रस्ताव पर अपनी सहमति/असहमति दर्ज करवा सकेगें। अत: यह कानून देश के सभी नागरिकों को प्रामाणिक और संगठित रूप से अपनी बात सरकार के सम्मुख रखने का अवसर उपलब्ध करवाएगा।

*अपने सांसद को एस.एम.एस भेजने के लिए आप खुद के लिंक का भी इस्तेमाल कर सकते है। ऐसा करने के लिए टी.सी.पी की उपरोक्त तीनो धाराओ को कॉपी करके अपनी फेसबुक वाल पर पेस्ट कर लें, और उस पेज का लिंक अपने सांसद को भेज दें।

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क्यों भारत के नागरिकों को इस कानून की सबसे ज्यादा जरुरत है ?

भारतीय राज व्यवस्था में सबसे बड़ा दोष यह है कि नागरिकों के पास शासकों के सम्मुख अपनी स्पष्ट मांग संगठित रूप से रखने की कोई नागरिक-प्रामाणिक प्रक्रिया नहीं है । यदि प्रधानमन्त्री या मुख्यमंत्री अपनी कोई बात जनता के सामने रखना चाहे तो वे ऐसा मिडिया के माध्यम से आसानी से कर सकते है, किन्तु यदि जनता अपनी कोई मांग या सुझाव शासन के सम्मुख रखना चाहे तो उन्हें अनशन, धरने, विरोध प्रदर्शन, हस्ताक्षर अभियान, ज्ञापन, रास्ता जाम, नारेबाजी आदि असंगठित तरीकों को अपनाने के लिए मजबूर होना पड़ता है । किन्तु इन सब तरीकों से कोई 'नागरिक प्रमाणिक' प्रमाण पैदा नहीं होता, मतलब कोई भी नागरिक स्वयं जांच सके, ऐसा प्रमाण नहीं मिल पाता कि कितने नागरिक अमुक विषय के समर्थन या विरोध में हैं । नागरिक-प्रामाणिक नहीं होने से इन प्रक्रियाओं की विश्वसनीयता नहीं होती और नागरिक या अफसर कोई स्पष्ट निष्कर्ष पर नहीं आ पाते |

pgportal.gov.in जैसी सरकारी साईट में नागरिक के वोटर आई.डी. के साथ शिकायत दर्शाने का विकल्प भी नहीं है, जिससे दूसरे नागरिक ये पता नहीं लगा सकते कि शिकायत दर्ज करने वाला व्यक्ति असली हैं कि नकली | साथ ही इस साईट पर यदि कोई नागरिक किसी शिकायत पर अपनी हाँ या ना दर्ज करना चाहता है तो वह ऐसा नहीं कर पाता | लेकिन टी.सी.पी. में नागरिक की शिकायत पहचान पत्र संख्या के साथ प्रधानमंत्री वेबसाईट पर आएगी तथा अन्य नागरिक भी इस शिकायत पर अपना समर्थन या विरोध दर्ज कर सकेंगे |

जिन लोगों के पास इन्टरनेट नहीं है, वे भी कलेक्टर के दफ्तर में जाकर अपनी अर्जी प्रधानमंत्री की वेबसाईट पर स्कैन करवाकर. रखवा सकेंगे | क्योंकि इस प्रक्रिया में कोई भी व्यक्ति कभी भी अपनी राय बदल सकता है, ये प्रक्रिया पैसों, गुंडों, मीडिया द्वारा या अन्य किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं कि जा सकेगी | प्रक्रिया नागरिक-प्रामाणिक होने से कोई भी नागरिक स्वयं जांच सकता है कि क्या सच है और क्या नहीं |

इस प्रस्तावित प्रक्रिया के लागू होने से प्रस्तावों को दबाया नहीं जा सकता है और दूसरे जनहित के प्रक्रियाओं की आने की सम्भावना बढ़ जायेगी जिससे गरीबी और भ्रष्टाचार को कुछ ही महीनों में कम किया जा सकता है | इसके बारे में अधिक इस लिंक में पढ़ सकते हैं – www.prajaadhinbharat.wordpress.com विशेषकर चैप्टर 1, 5, 6, 21, 22 |

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